Jannat

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निकिता और कबीर आमने सामने

             चैप्टर 3

राकेश की बात सुन कबीर कुछ देर खामोश रहता है फिर कहता है "उन दोनो बाप बेटी को कल सुबह तक मैंशन लेकर आओ और याद रहे उसे कुछ ना हो और उसे कोई हाथ ना लगाए

राकेश जी बॉस कहकर चला जाता है, राकेश कमरे से बाहर आता है और बड़बड़ाता हुआ कहता है "अजीब आदमी है, बिना हाथ लगाए उसे मैंशन तक लेकर कैसे जायेंगे, कुछ देर सोचने के बाद उसे एक आइडिया आता है और वो मुस्कुराते हुए वहां से निकल जाता है

कबीर अपना काम करने लगता है

ये अगली सुबह थी

निकिता का घर

निकिता उठ कर तैयार होती है और मंदिर चली जाती है , आज उसे बनारस के लिए निकलना था,

वो पूजा करके घर की तरफ बढ़ जाती है, लेकिन तभी एक ब्लैक कलर की कार उसके सामने रूकती है वो कुछ समझ पाती उससे पहले कुछ लोग उसे कार में खींच लेते हैं

और उसे बेहोश कर देते हैं

सुबह के 10 बजे

कबीर का घर

ये एक बहुत आलीशान घर था, यूरोपियन स्टाइल में बना ये घर किसी महल से कम नहीं लग रहा था, ब्लैक कलर की कार उस घर के सामने रूकती है

हॉल के बीच में कबीर सोफे पर किसी महाराज की तरह बैठा था, तभी कुछ औरतें जो दिखने ने बॉडीगार्ड जैसी थी

अंदर लाती हैं, और कबीर के सामने खड़ा कर देती हैं, निकिता अभी बेहोश थी जिसके कारण उन औरतों से उसे पकड़ कर रखा था,

तभी एक मेड आती है, जिसकी उम्र करीब 40-45 होगी वो पानी लेकर आती है, और निकिता के चेहरे पर छिटे मारती है , जिसके कारण निकिता धीरे धीरे होश में आती है

उसे जब एहसास होता है की, वो अपने घर नहीं कहीं और है, वो झटके से अपनी आंखे खोलती है, और अपने आप को उन लोगों से दूर करते हुए कहती है ,आप लोग कौन हैं और हमें यहां क्यों लेकर आए है "

सब अपनी गर्दन झुका कर खड़े थे , तभी कबीर कहता है, तुम्हे ये लोग नहीं मैं यहां लेकर आया हूं"

निकिता की नज़र अब कबीर पर गई थी, कबीर का चहरा देख निकिता बुरी तरह डर जाति है,

वो उसे अपनी सहमी नजर से देखते हुए कहती है, "आप कौन हैं, हम आपको नहीं जानते हैं और हमें यहां क्यों लेकर आए हैं"

कबीर अपनी जगह से खड़ा होता है, और उसकी तरफ बढ़ जाता है.........

जन्नत

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3 Comments

Gunjan Kamal

14-Jul-2023 12:27 AM

👏👌

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Gunjan Kamal

09-Jul-2023 05:43 PM

Nice part 👌

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